300MIUM-903 [राष्ट्रपति की बेटी को छटपटाते हुए] कार्यालय की सौम्य और साफ-सुथरी महिला सुबह-रात अपने पिता के कार्यालय को छूते ही टूट जाती है!! जितना अधिक आप प्रहार करते हैं, ज्वार उतना ही अधिक उमड़ता है! ज्वार!! ज्वार!!! ज्वार में ढका हुआ ज्वार जिसे कोई रोक नहीं सकता!!